“रोज एक छोटा अभ्यास रुपी बीज एक दिन आपकी सफलता का बड़ा वृक्ष बन जाता है “
हिंदी शार्टहैंड एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो व्यक्तिगत और पेशेवर उद्देश्यों की पूर्ति में मदद करती है। इसका उपयोग व्यक्तिगत नोट्स, लेखन और व्यवसायिक प्रस्तावनाओं को संक्षेपित रूप में लिखने के लिए किया जाता है। हिंदी शार्टहैंड की ऋषि प्रणाली एक प्रसिद्ध और सुविधाजनक तकनीक है जो विभिन्न विषयों में व्यावसायिक और व्यक्तिगत संदेशों को आसानी से संक्षिप्त करने में मदद करती है।
इस ब्लॉग पोस्ट में हम ‘हिंदी शार्टहैंड ऋषि प्रणाली पर आधारित पुस्तक ‘हिंदी संकेत लिपि’ एक्सरसाइज-34 का समाधान प्रस्तुत कर रहे है। यह अभ्यास उन विद्यार्थियों और प्रशिक्षुओं के लिए महत्वपूर्ण है जो हिंदी शार्टहैंड की सीख रहे हैं और उनके शार्टहैंड स्किल्स को मजबूती से विकसित करना चाहते हैं। हम इस पोस्ट में अभ्यास-34 और उसका समाधान दिया गया है, जो शिक्षार्थियों के शार्टहैंड ज्ञान को समृद्ध करेगा और उनकी शार्टहैंड लेखन क्षमता को सुधारेगा।
Rishi Pranali : Exercise-34 का विवरण
विवरण | हिंदी शॉर्टहैंड अभ्यास |
अभ्यास नंबर | 34 |
आधारित पुस्तक | ऋषि प्रणाली – हिन्दी संकेत लिपि |
प्रकाशक | गया प्रसाद अग्रवाल |
प्रेस | श्री विष्णु आर्ट प्रेस, प्रयागराज |
Hindi Shorthand Rishi Pranali : Exercise-34
ऋषि प्रणाली का अभ्यास-34 को पहले हम यहाँ देखेंगे। इस अभ्यास को हल करने से पहले आवश्यक है की आप इससे पहले दिए गए आंकड़ो का अच्छी तरह से अभ्यास करले। साथ ही इस अभ्यास में प्रयुक्त विशेष शब्द चिह्न का भी अच्छे से अभ्यास करके इन्हें कंठस्थ करले। यहाँ हम आपको ऋषि प्रणाली का यह अभ्यास और इसमें प्रयुक्त शब्द चिह्न दे रहे है जो नीचे दिए गए है –
नोट: HINDI SHORTHAND की ऋषि प्रणाली पुस्तक के अन्य अभ्यासों के हल और डिक्टेशन को आप नीचे दिए गयें लिंक से प्राप्त कर सकते है
ऋषि प्रणाली पुस्तकअभ्यास की डिक्टेशन
ऋषि प्रणाली पुस्तकअभ्यास के हल
ऋषि प्रणाली अभ्यास-34 का हल | Rishi Pranali Exercise-32 Solution
ऋषि प्रणाली अभ्यास का हल यहाँ दे रहे है। इस अभ्यास को कई बार दोहराएँ और इसका हिंदी से संकेत लिपि में भी कई बार अभ्यास करें।
ऋषि प्रणाली – अभ्यास 34 का हल
- स्वच्छ स्वदेश स्वर्ग स्वभाव त्रिदशा त्रिमास
- खम्बा तम्बू नातेदार समस्त पुत्र पिस्ता
- पृष्ठ/वरिष्ट रुस्तम स्तन स्थान तटस्थ त्रस्त
- जिम्मेदार जबरदस्त स्थूल जालदार त्रिलोक
- दरख्वास्त समाचारपत्र हस्त प्रशस्त
- स्वराज्य को प्राप्त करना कुछ हंसी खेल नहीं है। इसकी आराधना करने वाले नहीं स्वास्थय की परवाह करते है न तंदरूस्ती की।
- क्या तुमको यह स्वीकार है। यदि नहीं तो कोई दूसरे ही रास्ते पर बढ़ो। आखिर तुमको स्वयं भी कुछ तो करना ही चाहिए।
- सर्वत्र ही स्वतंत्रता की धूम मच रही है। लोग खुले दिल से इसकी और प्रस्थान कर रहे है। इसका आन्दोलन भी उग्र स्वरुप धारण कर रहा है। अत्र तत्र जिधर देखो उधर ही लोग अपनी जान की भी परवाह न कर इस आन्दोलन में भाग ले रहे है।
इस अभ्यास के हल का PDF यहाँ से डाउनलोड करें
Learn Hindi Shorthand: Useful tips
हिंदी शॉर्टहैंड क्षमता को विकसित करने के लिए आप निम्नलिखित टिप्स को फॉलो कर सकते है
- दिए गए अभ्यास को कई बार दोहराएँ
- अभ्यास से पूर्व दिए गए शब्द चिह्नों को अच्छे से याद व अभ्यास कर ले
- दिए गए अभ्यास को हिंदी से संकेत चिह्न और संकेत चिह्न से हिंदी में अनुवाद करके समृद्ध कर ले
- दिए गए अभ्यास का डिक्टेशन हमारी वेबसाइट से आप को मिल जायेगा। इस डिक्टेशन से दिए गए अभ्यास की कई बार प्रैक्टिस करें।
- अभ्यास में दिए गए शब्द चिह्नों को अलग से लिख कर इनको कंठस्थ कर ले और इनका अलग से अभ्यास करें या इनको एक अलग अभ्यास पुस्तिका में लिख कर रखे।
- अगर किसी स्थान पर अटक रहें है तो हमारी वेबसाइट से सहयोग लेकर कई बार अभ्यास पूर्ण करें।
- अगर किसी अभ्यास की डिक्टेशन नहीं मिल रही है तो आप स्वयं से रिकॉर्डिंग करके भी संकेत लिपि में लिखकर अभ्यास जरुर करें।